नमस्कार दोस्तों दोस्त दिवाली से पहले केंद्र सरकार ने मजदूरों को बहुत ही बड़ा तोहफा दिया है ! विशेष रूप से असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे मजदूरों के लिए बहुत ही बड़ा कदम उठाया है !और यह कदम परिवर्तनशील महंगाई भत्ते(VDA) में संशोधन करके न्यूनतम मजदूरी के
दरों में वृद्धि करके की है !
केंद्र सरकार का मुख्य उद्देश्य
इससे केंद्र सरकार का मुख्य उद्देश्य श्रमिको को जीवन यापन में आने वाली कठिनाइयों में सामना करने के मदद करना है ! सरकार ने जो मजदूरी दर बढ़ाई हैयह मजदूरी दरें इस क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों पर लागू होगा
1.जो लोग मलाड ने और उतरने का काम करते हैं !उनके लिए
2.और जो लोग भवन निर्माण करते हैं
3.घरेलू कार्य करने वाले
4. खनन
5.चौकीदारी वेस्ट सुरक्षा कार्य करने वाले के लिए
6.शोधन कार्य
7.सफाई कार्य
8.कृषि संबंधित कार्य करने वाले
इन सभी को मिलने वाले मासिक सैलरी में इजाफा होने वाला हैऔर यह नियम 1 अक्टूबर से लागू हो जाएगा आप लोगों को पता ही होगा कि इससे पहले 1 अप्रैल 2024 श्रमिकों का वेतन बढ़ाया गया था !उसके 6 महीने के बाद सरकार महंगाई को देखते हुए मजदूरों को बड़ा तोहफा दिया है !
दोस्तों न्यूनतम मजदूरी डरो को दो भागों में बांटा गया है:-
1.कौशल स्तर के आधार पर
2.भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर
कौशल स्तर के आधार मे चार कैटेगरी में बांटा गया है
अकुशल
अर्ध-कुशल
कुशल
अत्यधिक कुशल
भौगोलिक क्षेत्र के आधार को तीन कैटेगरी में बांटा गया है :-
क्षेत्र A
क्षेत्र B
क्षेत्र C
अब दोस्तों नई मजदूरी दर कुछ इस प्रकार से होने वाली है:-
अकुशल श्रेणी वाले मजदूरों के लिए अब दैनिक मजदूरी 783 और इस हिसाब से पूरे महीने का वेतन, 20358 रुपए होगा
वही अर्ध कुशल श्रेणी में आने वाले मजदूरों की मजदूरी अब 868 एक दिन का होगा और इस हिसाब से पूरे महीने का 22568 रुपए होगा
कुशल श्रेणी में आने वाले मजदूर जिसमें लिपिक यानी की लिखने वाला बाबू व क्लर्क आदि और बिना हथियार वाले चौकीदार भी शामिल है ! जिनकी एक दिन की मजदूरी 954 कर दी गई है और इस हिसाब से एक महीने का 24804 रुपए होगा !
और अत्यधिक कुशल श्रेणी जिसमें हथियार के साथ चौकीदारी करने वाले श्रमिक भी शामिल है इनकी एक दिन की मजदूरी 1035 कर दी गई है इस हिसाब से 1 महीने का 26910 रुपए होगा
दोस्तों आपको बता दे की सरकार 1 साल में दो बार (VDA)यानी कि महंगाई भत्ता को बढ़ाता है !और यह हर साल 6 महीने पर बढ़ाया जाता है ! जिसमें से एक बार 1 अप्रैल को बढ़ाया गया थाऔर दोबारा1 अक्टूबर से महंगाई भत्ता बढ़ाया जा रहा है !
अब दोस्तों बात करते हैं कि वेतन बढ़ाने से फायदे और नुकसान क्या होने वाले हैं :
1.दोस्तों वेतन बढ़ाने सेमजदूरों का जीवन स्तर सुधरेगा
2. वेतन का मतलब मैं अपने जीवन की जरूरत का आसानी से पूरा कर सकेंगे
3.सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय खास तौर पर असंगठित क्षेत्र मेंकाम करने मजदूरों के लिएसही साबित होगा
4.अब मजदूरों के खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी तो इससे अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा
अब दोस्तों इसमें चुनौतियां क्या आने वाली है नुकसान क्या होने वाले हैं
1.नियुक्ति जो होगा वह इसका पालन करेंगे या नहीं करेंगे यह देखने वाली बात है
2.असंगठित क्षेत्र मेंइस नियम को लागू करना एक बहुत बड़ी चुनौती हो सकती है यहां नियोक्ता जल्दी से इस वेतन को लागू नहीं करेंगे
3.विभिन्न क्षेत्रों में मजदूरी के अंतर कोकाम करने की आवश्यकता है
4.श्रमिकों और नियुक्ति दोनों के बीच इस नए नियमों के बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है
केंद्र सरकार का यह निर्णय श्रमिकों के हित की रक्षा करने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने की एक महत्वपूर्ण कदम है ! और यह न केवल श्रमिकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगा साथ में देश की आर्थिक सुरक्षा कोमजबूत करने में मदद मिलेगा !वाकई एक काबिले तारीफ निर्णय है !
